4 स्टार खिलाड़ी जिन्हें टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए, एक 5 साल से है बाहर
हर इंटरनेशनल क्रिकेटर की चाहत होती है कि वह अपने देश के लिए टेस्ट क्रिकेट जरूर खेले। लेकिन कई ऐसे स्टार खिलाड़ी हैं, जिन्हें खराब फॉर्म के चलते टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है और उनकी इस फॉर्मेट में वापसी की संभावना बहुत कम है। आइए जानते हैं 4 खिलाड़ियों के बारे में जिनके लिए टेस्ट से संन्यास लेना ही बेहतर विकल्प है।
शिखर धवन (Shikhar Dhawan)
2018 ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब फॉर्म की गाज जिस एक और खिलाड़ी पर गिरी थी, वो थे शिखर धवन। 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में धमाकेदार डेब्यू करने वाले धवन कई साल भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख ओपनर रहे।
2018 में उन्हें भारतीय टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इसके बाद से 35 वर्षीय धवन ने भी टीम में वापसी में कोई रुचि नहीं दिखाई। हालांकि धवन लिमिटेड ओवर क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इस उम्र में अब टेस्ट टीम में उनकी वापसी मुश्किल लग रही है।
मुरली विजय (Murali Vijay)
रोहित शर्मा, शुभमन गिल और मयंक अग्रवाल ओपनर के तौर पर भारतीय टीम मैनेजमेंट की पहली पसंद है। ऐसे में विजय की भारतीय टेस्ट टीम में वापसी का रास्ता मुश्किल है और ना ही उन्होंने घरेलू क्रिकेट कोई ऐसा प्रदर्शन किया जो सिलेक्टर्स को प्रभावित करे। 2018 के बाद से विजय ने भारत के लिए एक भी मैच नहीं खेला है।
मार्टिन गुप्टिल (Martin Guptill)
न्यूजीलैंड के विस्फोटक ओपनिंग बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल वनडे में 7000 और टी-20 इंटरनेशऩल में 3000 के करीब रन बना चुके हैं। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनके आंकड़े ज्यादा खास नहीं हैं।
35 साल के गुप्टिल ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2016 में भारत के खिलाफ खेला था और अब उनका इस फॉर्मेट के लिए कीवी टीम में वापसी करना मुश्किल लग रहा है। न्यूजीलैंड के पास फिलहाल टॉम लैथम और डेवोन कॉनवे जैसे बेहतरीन ओपनर मौजूद हैं।
2009 में डेब्यू करने वाले गुप्टिल ने 47 टेस्ट मैचों की 89 पारियों में 29.38 की औसत से 2586 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक और 17 अर्धशतक शामिल हैं।
एरॉन फिंच (Aaron Finch)
ऑस्ट्रेलिया के एरॉन फिंच लिमिटेड ओवर क्रिकेट में मौजूदा समय में दुनिया के सबसे बेहतरीन टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों में शुमार हैं। लेकिन छोटे से टेस्ट करियर में में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।
फिंच ने अब तक खेले गए 5 टेस्ट मैच की 10 पारियों में सिर्फ 278 रन बनाए हैं। 2018 में भारत के खिलाफ सीरीज में शर्मनाक प्रदर्शन के चलते उनकी ऑस्ट्रेलिया टेस्ट टीम से छुट्टी हो गई थी। उसके बाद से वह इस फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलिया के लिए नहीं खेले हैं।