Happy Birthday Mohammad Azharuddin: 99 टेस्ट मैच पर खत्म हुआ करियर, एक गलती ने लगा दिया कभी ना मिटने वाला दाग़
Happy Birthday Mohammad Azharuddin: भारतीय क्रिकेट टीम का नेतृत्व करने वाले अब तक के सबसे सफल कप्तानों में से एक मोहम्मद अजहरुद्दीन आज (8 फरवरी) अपना 62वां जन्मदिन मना रहे हैं। अजहरुद्दीन ने 99 टेस्ट और 334 वनडे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। अपने करियर के दौरान अजहरुद्दीन ने काफी उतार-चढ़ाव देखे, चलिए आपको उनके करियर की कुछ खास बातें बताते हैं।
अजहरुद्दीन ने दिसंबर 1984-85 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया। वनडे में, उन्होंने जनवरी 1985 में इंग्लिश टीम के खिलाफ अपनी पहली उपस्थिति दर्ज की। अजहरुद्दीन के अंतरराष्ट्रीय करियर की शानदार शुरुआत हुई जब उन्होंने कोलकाता के प्रतिष्ठित ईडन गार्डन्स में अपने डेब्यू टेस्ट में शानदार शतक बनाया।
अजहरुद्दीन अपने पहले तीन टेस्ट मैचों में शतक बनाने वाले एकमात्र क्रिकेटर हैं। कोलकाता में टेस्ट डेब्यू शतक लगाने के बाद, अजहरुद्दीन ने चेन्नई और कानपुर में भी टेस्ट शतक बनाया। हालांकि, अजहरुद्दीन सिर्फ 99 टेस्ट ही खेल सके और कथित तौर पर फिक्सिंग में नाम आने के कारण अजहरुद्दीन 100 टेस्ट खेलने के ऐतिहासिक कारनामे से चूक गए। अजहरुद्दीन ने भारत के लिए कुल 99 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 45.03 की औसत से 22 शतक और 21 अर्धशतक लगाते हुए 6215 रन बनाए। इस दौरान उनका उच्चतम स्कोर भी 199 रहा। इसके अलावा अजहर ने भारत के लिए 334 वनडे मैच भी खेले, जिसमें उन्होंने 7 शतक और 58 अर्धशतक की मदद से 36.92 की औसत से 9378 रन बनाए।
पर्सनल लाइफ और विवाद
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपने प्रोफेशनल करियर में तो उतार-चढ़ाव देखे ही लेकिन उनकी पर्सनल लाइफ भी विवादों से घिरी रही। अजहरुद्दीन ने दो शादियां की और दो बार उनका तलाक हुआ। अजहर की पहली शादी नौरीन से हुई थी लेकिन ये शादी ज्यादा ना चल सकी और उन्होंने नौरीन को तलाक देकर 1996 में बॉलीवुड एक्ट्रेस संगीता बिजलानी से शादी कर ली थी। अजहर की ये शादी भी ज्यादा देर नहीं टिकी और 14 साल बाद उनका भी तलाक हो गया।
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इसके बाद अजहर के करियर में भूचाल तब आया जब उन पर साल 2000 में मैच फिक्सिंग का आरोप लगा। इस कांड में नाम आने के बाद उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया। हालांकि, 12 साल बाद 2012 में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने उन पर लगे इस आजीवन प्रतिबंध को खारिज कर दिया। फिलहाल अजहरुद्दीन राजनीति में भी एक नाम बना चुके हैं और तेलंगाना कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं।