चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास के 5 सबसे रोमांचक मुकाबले, दो में टीम इंडिया थी शामिल
Top Five Matches In ICC Champions Trophy History: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी, इस टूर्नामेंट की शुरूआत साल 1998 में हुई और एक समय इसे मिनी वनडे वर्ल्ड कप भी कहा जाता था। चैंपियंस ट्रॉफी का इतिहास शानदार रहा है और इस में कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिले हैं। आइए जानते हैं चैंपियंस ट्रॉफी इतिहास के 5 बेस्ट मुकाबले।
भारत बनाम साउथ अफ्रीका (सेमीफाइनल, 2002)
वीरेंद्र सहवाग अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए मशहूर थे, लेकिन भारत और साउथ अफ्रीका के बीच हुए इस सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने अपनी स्पिन गेंदबाजी का कमाल दिखाया था। सहवाग की 59 रन और युवराज सिंह की 62 रन की पारी के दम पर भारत ने 9 विकेट के नुकसान पर 261 रन बनाए थे। जवाब में साउथ अफ्रीका के लिए हर्शल गिब्स में 116 रन और जैक कैलिस ने 97 रन की शानदार पारी खेली औऱ अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। लेकिन गिब्स के रिटायर्ड हर्ट होने के बाद साउथ अफ्रीका की पारी लड़खड़ाई और फिर सहवाग ने कैलिस, मार्क बाउचर और लांस क्लूजनर को आउट कर भारत की मुकाबले में वापसी कराई। एक समय स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 191 रन था औऱ साउथ अफ्रीका 6 विकेट गवाकर 251 रन तक ही पहुंच पाई और भारत 10 रन से मुकाबला जीता। फाइनल में भारत का मुकाबला श्रीलंका से हुआ, लेकिन बारिश के चलते खेल पूरा ना होने के कारण दोनों को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया।
इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज ( फाइनल, 2004)
द ओवल में चैंपियंस ट्रॉफी 2024 का फाइनल, इंग्लैंड अपना पहला आईसीसी टूर्नामेंट जीतने की दहलीज पर थी। मार्कस ट्रेस्कोथिक के 104 रन की पारी के दम पर इंग्लैंड ने 217 रन बनाए। इसके बाद इंग्लैंड के गेंदबाजों ने कमाल दिखाया और एक समय वेस्टइंडीज का स्कोर 8 विकेट के नुकसान पर 147 रन था और जीत के लिए 81 रनो की दरकार थी।। ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड आसानी से ट्रॉफी जीत जाएगी। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था, कोर्टनी ब्राउन (नाबाद 35) और इयान ब्रैडशॉ (नाबाद 35) ने नौंवे विकेट के लिए 71 रनों की अटूट साझेदारी कर वेस्टइंडीज को सात गेंद बाकी रहते हुए यादगार जीत दिलाई।
साउथ अफ्रीका बनाम इंग्लैंड (2009)
सेंचुरियन के मैदान पर ग्रुप स्टेज मुकाबले में इंग्लैंड ने 8 विकेट के नुकसान पर 323 रन का विशाल स्कोर बनाया, जिसमें ओवैस शाह (98), पॉल कॉलिंगवुड (82) और इयोन मोर्गन (67) ने शानदार पारियां खेली। इसके जवाब में साउथ अफ्रीका के लिए कप्तान ग्रैम स्मिथ ने बेहतरीन 141 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत की दहलीज पार नहीं करा सके। साउथ अफ्राका 9 विकेट गवाकर 301 रन तक ही पहुंच पाई और इंग्लैंड ने 22 रन से मुकाबला जीता। इंग्लैंड के लिए जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड ने 3-3 विकेट झटके और जीत दिलाकर इंग्लैंड को नॉकआउट स्टेज में पहुंचाने में अहम रोल निभाया।
न्यूजीलैंड बनाम श्रीलंका (2013)
कार्डिफ़ में खेले गए इस कम स्कोर वाले मुकाबले में दोनों टीमों की हिम्मत और संयम की परीक्षा हुई। श्रीलंका टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 138 रनों पर ही ढेर हो गई, जिसमें कुमार संगाकारा ने 68 रन बनाए। तेज गेंदबाज मिचेल मैक्लाघन ने 43 रन देकर 4 विकेट लिए और न्यूजीलैंड को मजबूत स्थिति में पहुंचा। लेकिन रनचेज करने उतरी कीवी टीम की हालत तब बुरी हो गई जब आधे ज्यादा टीम 80 रन के कुल स्कोर तक पवेलियन लौट गई। लेकिन नाथन मैकुलम की 32 रन की संयम भरी पारी से न्यूजीलैंड ने 1 विकेट बाकी रहते हुए जीत हासिल की और इसे चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास के सबसे रोमांचक मैच में से एक बना दिया।
भारत बनाम पाकिस्तान (2017)
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चिर-प्रतिद्वंदी भारत और पाकिस्तान के बीच द ओवल में खेला गए इस फाइनल मैच में खूब ड्रामा देखने को मिला। भारतीय टीम बेहतरीन फॉर्म में थी और ग्रुप स्टेज में पाकिस्तान को हरा चुकी थी। जसप्रीत बुमराह की नो बॉल से मिले जीवनदान के बाद फखर जमान ने 114 रन की पारी खेली, जिसकी बदौलत पाकिस्तान ने 4 विकेट के नुकसान पर 338 रन का विशाल स्कोर बनाया। रन चेज करने उतरी भारतीय टीम पर मोहम्मद आमिर ने अपनी तेज गेंदबाजी से कहर बरपाया, रोहित शर्मा (0), शिखर धवन (21) और कप्तान विराट कोहली (5) को सस्ते में आउट कर भारत को शुरूआत में ही बैकफुट पर धकेल दिया। जिसके चलते भारतीय टीम 158 रनों पर ही ऑलआउट हो गई, जिसमें हार्दिक पांड्या ने 76 रन बनाए। पाकिस्तान 180 रनों के विशाल अंतर से जीतकर पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का चैंपियन बना। 1992 वनडे वर्ल्ड कप और 2009 टी-20 वर्ल्ड कप के बाद पाकिस्तान ने तीसरी बार कोई आईसीसी टूर्नामेंट जीता था।