पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में अजेय बना हुआ है भारत
नई दिल्ली, 17 जून - भारत ने अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ आईसीसी विश्व कप मुकाबलों में अजेय क्रम बकरार रखा है। भारत ने रविवार को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले गए आईसीसी विश्व कप-2019 के...
नई दिल्ली, 17 जून - भारत ने अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ आईसीसी विश्व कप मुकाबलों में अजेय क्रम बकरार रखा है। भारत ने रविवार को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले गए आईसीसी विश्व कप-2019 के बहुप्रतिक्षित मुकाबले में पाकिस्तान को 89 रनों से हराते हुए लगातार सातवीं जीत दर्ज की।
भारत ने 1983 और 2011 में विश्व कप जीता था जबकि पाकिस्तान ने 1992 में यह खिताब जीता था। भारत और पाकिस्तान के बीच 1975, 1979, 1983, 1987 में कोई मुकाबला नहीं हुआ था। पहली बार दोनों टीमें 1992 में भिड़ी थीं और भारत ने अपने पड़ोसी के खिलाफ जीत का जो सिलसिला शुरू किया था, वह आज तक कायम है। अब यह सिलसिला सात मैचों तक पहुंच गया है।
इसके साथ ही भारत ने 2017 चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान के हाथों मिली शर्मनाक हार का भी हिसाब बराबर कर लिया है। पाकिस्तान ने बड़ा स्कोर खड़ा करते हुए भारत को घुटने टेकने और 180 रनों की हार पर मजबूर किया था। वह मैच जून में ही लंदन के द ओवल मैदान पर खेला गया था।
पाकिस्तान पर विश्व कप मुकाबलों में भारत की जीत का ब्यौरा :
पहला : 1992 (सिडनी)
इस संस्करण में पाकिस्तान ने दमदार प्रदर्शन करते हुए पहली बार खिताब अपने नाम किया, लेकिन उससे पहले भारत के खिलाफ उसे 43 रनों से हार झेलनी पड़ी थी। सिडनी में हुए मैच में टॉस जीतकर भारत ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और सचिन तेंदुलकर के नाबाद 54 रनों की मदद से सात विकेट के नुकसान पर 216 रन बनाए। जवाब में पाकिस्तान की टीम 173 रनों पर ही सिमट गई। पाकिस्तान की ओर से आमिर सोहेल ने 62 रन बनाए थे। भारत की ओर से कपिल देव, मनोज प्रभाकर और जवागल श्रीनाथ ने दो-दो विकेट लिए थे। युवा तेंदुलकर को 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया।
दूसरा : 1996 (बेंगलुरू)
इस बार भारत और पाकिस्तान की टीमें बेंगलुरू में टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में भिड़ीं। इस बार भी भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और सलामी बल्लेबाज नवजोत सिंह सिद्धू के 93 रनों की बदौलत 287 रन बनाए। पाकिस्तान ने बेहतरीन शुरुआत की लेकिन अनिल कुंबले (3 विकेट) और वेंकटेश प्रसाद (3 विकेट) की गेंदबाजी के आगे पूरी टीम 248 रनों पर पवेलियन लौट गई और 39 रनों से मुकाबला हार गई। सिद्धू 'मैन ऑफ द मैच' बने।
तीसरा : 1999 (मैनचेस्टर)
भारत का प्रदर्शन इस संस्करण में भले ही निराशाजनक रहा हो, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ उसने एक बार फिर दमदार प्रदर्शन किया और 47 रनों से जीत दर्ज की। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और छह विकट खोकर 227 रन बनाए। राहुल द्रविड़ ने टीम की ओर से सबसे अधिक 61 रन जड़े। जवाब में पाकिस्तान की पूरी टीम महज 180 रनों पर सिमट गई। पाकिस्तान की ओर से इंजमाम उल हक ने 41 रन बनाए। 'मैन ऑफ द मैच' वेंकटेश प्रसाद ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट चटकाए।