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सुपर मैक्स इंटरनेशनल क्रिकेट - वनडे और टेस्ट का बेहतरीन मिश्रण जो एक मैच के बाद हो गया गायब

क्रिकेट के खेल में समय दर समय कई बदलाव हुए और इस खेल में और रोमांच लाने के लिए कई बार कई तरह के नियमों को लाकर इसे एक नई दिशा देने की कोशिश की गई। इसी में से एक था

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Super Max International India vs New Zealand
Super Max International India vs New Zealand (Image Source: Google)
Shubham Shah
By Shubham Shah
Jun 06, 2021 • 11:22 AM

क्रिकेट के खेल में समय दर समय कई बदलाव हुए और इस खेल में और रोमांच लाने के लिए कई बार कई तरह के नियमों को लाकर इसे एक नई दिशा देने की कोशिश की गई। इसी में से एक था न्यूजीलैंड में शुरू किया गया सुपर मैक्स इंटरनेशनल क्रिकेट - वनडे और टेस्ट का बेहतरीन मिश्रण। टी-20 की तरह इस फॉर्मेट भी दोनों टीमों के लिए 20-20 ओवर का किया गया लेकिन इसमें एक बड़ा मजेदार बदलाव यह था की टेस्ट की तरह इसमें दो पारियां थी और हर पारी में 10 ओवर होने थे। इसके अलावा वनडे की तरह यह मैच एक दिन में ही खत्म हो जाता था।

Shubham Shah
By Shubham Shah
June 06, 2021 • 11:22 AM

सबसे पहले इसका विचार न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान महान मार्टिन क्रो साल 1996 में आया। सबसे पहले इसमें फर्स्ट-क्लास मैच ही खेले गए और उसके बाद साल 2002 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच टक्कर हुई।

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सुपर मैक्स इंटरनेशनल के नियम

  • दोनों ही टीमों को अपने 20-20 ओवर खेलने के लिए दो पारियां मिलती थी। मतलब एक पारी में 10 ओवर।
  • मैच को 3 घंटे के अंदर खत्म करना होता था। मतलब हर टीम के पास डेढ़ घंटे होता था और एक पारी यानी 10 ओवर खत्म करने के लिए 45 मिनट मिलते थे।
  • मैच में 11 खिलाड़ी के अलावा एक 12वां खिलाड़ी भी होता था। वो खिलाड़ी एक स्पेशलिस्ट फिल्डर होता था और उसे मैदान पर अपनी आवश्यकता के अनुसार ला सकते थे। 
  • अगर नो बॉल होती थी तो बल्लेबाज उस गेंद पर आउट नहीं होता था और यहां तक की उसके बाद वाली गेंद पर भी उसे आउट करार नहीं कर सकते थे ।
  • इस फॉर्मेट में 3 की जगह 4 स्टंप का इस्तेमाल हुआ जिसके कारण एलबीडब्ल्यू नियम को हटा दिया गया।
  • वाइड गेंद फेंकने पर अतिरिक्त के रूप में एक नहीं बल्कि बल्लेबाजों को दो रन मिला करते थे और गेंद फिर से फेंकनी पड़ती थी।
  • अगर गेंद मैक्स जोन में जाती है तो रन डबल हो जाते थे। एक गेंद पर अगर एक रन बना तो 2 रन मिलते थे, 4 पर 8 रन । इसके अलावा अगर मैक्स जोन में छक्का लगता है तो बल्लेबाज को 12 रन मिलने का नियम था।
  • अगर मैक्स जोन के अंदर कैच हुआ तो बल्लेबाज को आउट दिए जाने का नियम था। पावरप्ले 5 ओवर का होता था और 2 फिल्डर सर्कल के बाहर होते थे। 2 फिल्डरों को बल्लेबाज से 13.72 मीटर की दूरी पर ही रहना होता था।

सुपर मैक्स का वह मैच जब मैदान पर आया था सचिन का तूफान 

सुपर मैक्स इंटरनेशनल मैच में भारत का सामना न्यूजीलैंड से हुआ। भारत की ओर से सचिन तेंदुलकर ने 27 गेंदों में 72 रनों की तूफानी पारी खेली। लेकिन सचिन की इस बड़ी पारी के बाद भी भारत को मुकाबले में 21 रनों की हार मिली।

भारत को पहली पारी में कीवियों पर अच्छी बढ़त मिली लेकिन दूसरी पारी में  मैच में पिछड़ गया। भारत ने इस मैच में सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ को आराम दिया था। सचिन ने मैच में ना सिर्फ 72 रनों की पारी खेली बल्कि 5 विकेट भी चटकाए जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच भी दिया गया।

तेंदुलकर ने अपनी 72 रनों की पारी के दौरान 10 चौके, दो बार 8 रन और एक बार 12 रन बनाए थे। इसके अलावा उन्होंने दोनों ही पारियों में उन्होंने न्यूजीलैंड के कप्तान क्रिस केर्न्स को आउट किया था।

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