इकलौता क्रिकेटर जो 9/11 के आतंकी हमले में मारा गया, बन सकता था देश का कप्तान
11 सितंबर 2001 यानी 20 साल पहले अमेरिका पर बड़ा आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने अपना निशाना बनाया था न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को और इस भयावह हमले में 2,977 लोगों ने अपनी जान गवां दी थी, जिसमें
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11 सितंबर 2001 यानी 20 साल पहले अमेरिका पर बड़ा आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने अपना निशाना बनाया था न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को और इस भयावह हमले में 2,977 लोगों ने अपनी जान गवां दी थी, जिसमें एक बेहतरीन क्रिकेटर भी शामिल था।
अमेरिका के उप-कप्तान रहे नेजाम हफीज (Nezam Hafiz) की इस आतंकी हमले में जान चली गई थी। हफीज वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के टावर वन की 94वीं मंजिल पर मार्श और मैकलेनन कंपनी में काम करते थे।
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हफीज ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में छह और लिस्ट ए में तीन मैच खेले थे।
हफीज का जन्म 21 अप्रैल 1969 को गुयाना में हुआ था। जूनियर लेवल क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के बाद वह साल 1988 में नॉर्दन टेलीकॉम यूथ टूर्नामेंट में गुयाना अंडर-19 टीम के कप्तान बने। इस टूर्नामेंट में पूरे वेस्टइंडीज की कई टीमें खेल रही थी।
उनकी कप्तानी में गुयाना का पहला मैच त्रिनिदाद एंड टैबेगो के साथ हुआ और उस टीम के कप्तान थे ब्रायन लारा। हफीज ने 8 औऱ 25 रन की पारी खेली थी, जबकि लारा 0 पर आउट हुए थे।
साल 1992 में हफीज वह अपने माता-पिता और दो बड़ी बहनों के साथ न्यूयॉर्क शिफ्ट हो गए। लेकिन वहां भी क्रिकेट के प्रति उनका प्यार कम नहीं हुआ। वह अमेरिकन क्रिकेट सोसाइटी क्लब टीम (ACS) के साथ जुड़े और कॉमनवेल्थ क्रिकेट लीग में खेले। जो अमेरिका की सबसे बड़ी लीग में से एक है और इसमें 60 से ज्यादा टीमें खेलती हैं। उनके टीम में रहते हुए एसीएस की टीम अगले 9 सीजन में सात बार चैंपियन बनी।
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अपने क्लब के लिए शानदार प्रदर्शन करने के चलते हफीज अमेरिका क्रिकेट टीम के उप-कप्तान बने। साल 2001 में कनाडा दौरे के लिए उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अमेरिका उस समय इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखने के करीब था और हफीज अमेरिका के कप्तान बनने के दावेदारों में से एक थे। बता दें कि अमेरिका ने 2004 में इंग्लैंड में खेली गई आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में क्वालिफाई किया था, जिसमें उसका मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीमों से हुआ था।