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जो IPL 2012 में उस दिन ईडन गार्डन्स में हुआ उसके सामने वानखेड़े में हार्दिक पांड्या की हूटिंग तो कुछ भी नहीं 

वह 5 मई 2012 का दिन था। सब जगह लिखा गया ये लॉयल्टी का इम्तिहान है- आप दादा यानि कि सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के साथ हैं या केकेआर के? ये क्या बात हुई- ये दोनों तो 'कोलकाता' ही हैं।

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जो IPL 2012 में उस दिन ईडन गार्डन्स में हुआ उसके सामने वानखेड़े में हार्दिक पांड्या की हूटिंग तो कुछ
जो IPL 2012 में उस दिन ईडन गार्डन्स में हुआ उसके सामने वानखेड़े में हार्दिक पांड्या की हूटिंग तो कुछ (Image Source: Google)
Charanpal Singh Sobti
By Charanpal Singh Sobti
Apr 18, 2024 • 05:27 PM

वह 5 मई 2012 का दिन था। सब जगह लिखा गया ये लॉयल्टी का इम्तिहान है- आप दादा यानि कि सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के साथ हैं या केकेआर के? ये क्या बात हुई- ये दोनों तो 'कोलकाता' ही हैं। कुछ कह रहे थे- आप दोनों का समर्थन कर सकते हैं तो किसी एक नाम क्यों लें? उस दिन, उस आईपीएल मैच ने, खचाखच भरे ईडन गार्डन्स को दो हिस्सों में बांट दिया था और आईपीएल में इस जैसी स्टोरी और कोई नहीं। हार्दिक पांड्या की इस सीजन में हो रही हूटिंग भी इसके मुकाबले में कुछ नहीं। 2012 की उस स्टोरी पर चलते हैं। 

Charanpal Singh Sobti
By Charanpal Singh Sobti
April 18, 2024 • 05:27 PM

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